आज भी सहसा झुक जाता शीश है ऐसा वो भविष्य निर्माता था। आज भी सहसा झुक जाता शीश है ऐसा वो भविष्य निर्माता था।
कैनवास के रंग.. कैनवास के रंग..
जमीं...क्यूँ हो रंगे लाल जब दोनों में बहता एक ही रंग। जमीं...क्यूँ हो रंगे लाल जब दोनों में बहता एक ही रंग।
कहे भाऊ कविराय, भरी हो सबकी झोली। खुशियों से भरी हो, पर्व रंगों का होली।। कहे भाऊ कविराय, भरी हो सबकी झोली। खुशियों से भरी हो, पर्व रंगों का होली।।
दोस्त मेरे जीवन में अहम भूमिका निभाते हैं, हर पल मेरा साथ निभाते हैं। कभी साथ देकर, दोस्त मेरे जीवन में अहम भूमिका निभाते हैं, हर पल मेरा साथ निभाते हैं। क...
अपने माँ बाप के बेहद करीब हूँ मैं खुदा का शुक्र है खुशनसीब हूँ मैं। कुछ बड़ा होकर- अपने माँ बाप के बेहद करीब हूँ मैं खुदा का शुक्र है खुशनसीब हूँ मैं। कु...